25 अगस्त 2015 को महापंजीयक और जनगणना आयुक्त ने धर्म आधारित जनगणना, 2011 के आंकड़े जारी किए। इसमें कुल जनसंख्या को छः प्रमुख धार्मिक समुदायों ‘हिंदू’, ‘मुस्लिम’,‘ईसाई’,‘सिख’,‘बौद्ध’,‘जैन’ के अलावा ‘‘अन्य
धर्मों और धारणाओं’’ एवं
‘‘धर्म नहीं बताया’’ में बांटा गया है।
संबंधित तथ्य
v हिंदुओं की कुल जनसंख्या 96 करोड़ 63 लाख है जो कुल जनसंख्या का 79.8 प्रतिशत है। वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में हिन्दू जनसंख्या की वृद्धि दर 16.8 प्रतिशत रही।
v मुस्लिमों की जनसंख्या 17 करोड़ 22 लाख है जो कुल जनसंख्या का 14.2 प्रतिशत है। वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि दर
24.6 प्रतिशत रही।
v ईसाइयों की कुल जनसंख्या 2 करोड़ 78 लाख है जो कुल जनसंख्या का 2.3 प्रतिशत है। वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में ईसाई जनसंख्या की वृद्धि दर 15.5 प्रतिशत रही।
v सिखों की कुल जनसंख्या 2 करोड़ 8 लाख है जो कुल जनसंख्या का 1.7 प्रतिशत है। वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में सिख जनसंख्या की वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत रही।
v बौद्धों की कुल जनसंख्या 0.84 करोड़ है जो कुल जनसंख्या का 0.7 प्रतिशत है। वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में बौद्धों की जनसंख्या में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
v जैनियों की कुल जनसंख्या 0.45 करोड़ है जो कुल जनसंख्या का 0.4 प्रतिशत है। वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में जैनियों की जनसंख्या की वृद्धि
दर 5.4 प्रतिशत रही।
v अन्य धर्मों और धारणाओं वाले लोगों की
कुल जनसंख्या 0.79 करोड़ है जो कुल जनसंख्या का 0.7 प्रतिशत है।
v ‘धर्म नहीं बताया’ वाले लोगों की कुल जनंसख्या 0.29 करोड़ है जो कुल जनसंख्या का 0.2 प्रतिशत है।
v प्रतिशतता के आधार पर शीर्ष चार हिंदू बहुल जनसंख्या वाले राज्य क्रमशः हिमाचल
प्रदेश (95.17 प्रतिशत), दादरा एवं नगर हवेली (93.93 प्रतिशत), ओड़िशा (93.63 प्रतिशत) और छत्तीसगढ़ (93.25 प्रतिशत) हैं।
v प्रतिशतता के आधार पर शीर्ष चार मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले राज्य क्रमशः
लक्षद्वीप (96.58 प्रतिशत, जम्मू एवं कश्मीर (68.31 प्रतिशत), असम (34.22 प्रतिशत) और पश्चिम बंगाल (27.01 प्रतिशत) हैं।
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