भारतीय
रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए 16 सितम्बर 2015
को 10 प्रतिष्ठानों को लघु ऋण बैंकों की स्थापना के लिए सैद्धांतिक मंजूरी
दी। लघु ऋण बैंक द्वारा छोटे किसानों और सूक्ष्म उद्योगों को बुनियादी
बैंकिंग सेवाएं प्रदान की जाएगी। आरबीआई
ने 27 नवंबर 2014 को जारी ‘निजी क्षेत्र में लघु वित्त बैंकों के लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों के
तहत’ यह सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की। सैद्धांतिक
मंजूरी 18 महीने के लिए वैध रहेगी ताकि ये इकाइयां लघु ऋण बैंकों की स्थापना संबंधी
दिशानिर्देशों का अनुपालन कर काम शुरू करने की तैयारी कर सकें।
इन
छोटे बैंकों को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान करने के लिए तीन विभिन्न समितियों की
सिफारिश को संज्ञान में लिया गया। इन समितियों में सर्वप्रमुख समिति आरबीआई की
पूर्व उपगवर्नर ऊषा थोराट की अध्यक्षता में गठित की गई थी। उल्लेखनीय है कि पिछले
महीने ही आरबीआई ने भुगतान बैंक शुरू करने के लिए 11 इकाइयों को मंजूरी दी थी। इनके अलावा पिछले साल दो नयी इकाइयों आइडीएफसी और
बंधन को सम्पूर्ण बैंकिंग सेवा का लाइसेंस दिया था।
लघु
ऋण बैंक छोटे किसानों, कुटीर
उद्योग चलाने वाले उद्यमियों, अति लघु व लघु उद्योगों एवं असंगठित क्षेत्र की इकाइयों को प्राथमिक
बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा सकते हैं जिसमें एक सीमित स्तर की जमाएं स्वीकार करना
और छोटे ऋण देना शामिल है।
बैंकों की सूची
एयू फाइनेंसर्स (इंडिया) लि., जयपुर
कैपिटल
लोकल एरिया बैंक लि., जालंधर
दिशा
माइक्रोफिन प्राइवेट लि., अहमदाबाद,
इक्वीटाज होल्डिंग्स प्राइवेट लि., चेन्नई
ईएसएएफ
माइक्रोफाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लि., चेन्नई
जनलक्ष्मी
फाइनेंशियल सर्वसेज प्राइवेट लि., बेंगलुरु
आरजीवीएन
(नॉर्थ ईस्ट) माइक्रोफाइनेंस लि., गुवाहाटी
सूर्योदय
माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लि., नवी मुंबई
उज्जीवन
फाइनेंशियल र्सिवसेज प्राइवेट लि., बेंगलुरु
उत्कर्ष
माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लि., वाराणसी
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