10 अगस्त 2015 को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने विद्यालयों में
वृक्षारोपण हेतु ‘स्कूल नर्सरी योजना’ का शुभारंभ किया। इस योजना के माध्यम से छात्रों को स्कूल में
बनी नर्सरियों में पौधे तैयार करने के काम में शामिल करके उन्हें प्रकृति के निकट
लाने की दिशा में पहल की जाएगी। इस
योजना का मूल उद्देश्य टिकाऊ भविष्य के लिए पेड़ लगाकर राष्ट्र को स्वच्छ और हरित
बनाना है साथ ही पर्यावरण की रक्षा करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायता
की भावना पैदा करना है। इस योजना के तहत स्कूल परिसर में 100
वर्ग मीटर की एक चिन्हित खुली जगह में पौधारोपण में छठी से नौवीं कक्षा के छात्रों
को शामिल किया जाना है।
संबंधित तथ्य
v योजना के पहले चरण में 1000 स्कूलों को
इसमें शामिल किया जाएगा और वर्ष 2016 तक 5000 स्कूलों तक इसे विस्तारित किया जाएगा
और उसके बाद वर्ष 2017
में 10,000 स्कूलों तक इसका विस्तार होगा।
v इस योजना के तहत छात्र जीव विज्ञान की
प्रायोगिक कक्षाओं और पाठ्येतर गतिविधियों के तहत पौधे लगाएंगे।
v स्कूलों के पर्यावरण क्लबों और स्कूलों
के प्रिंसिपल को कम से कम पांच वर्ष के लिए नर्सरी को बनाए रखना होगा।
v प्रत्येक स्कूल को शुरू में आवश्यक
सुविधाओं के साथ नर्सरी के निर्माण के लिए पहली बार 25,000 रुपए का वित्तीय अनुदान
प्राप्त होगा।
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