राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का विस्तार


हरियाणा के जींद करनाल जिलों और उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में जोड़ दिया गया है। इस संबंध में निर्णय केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में संपन्न राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड  की 35वीं बैठक में लिया गया।
एनसीआर में दिल्ली के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुल 22 जिलों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल किया जा चुका है। जिसमें हरियाणा के 13, उत्तर प्रदेश के 7 और राजस्थान के 2 जिले एनसीआर में शामिल हैं। यह क्षेत्रफल और आबादी के लिहाज से भारत का ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा क्षेत्र है।
विभिन्न राज्यों के शामिल जिले
हरियाणा - झज्जर, पलवल, सोनीपत, गुड़गांव, पानीपत, रोहतक, मेवात, रेवाड़ी, भिवानी, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, करनाल और जींद। राज्य का 57% क्षेत्र एनसीआर में शामिल है।
उत्तर प्रदेश - मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़।
राजस्थान - अलवर और भरतपुर।
एनसीआर के विस्तार के उद्देश्य और लाभ
·         1985 में बने कानून के तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की स्थापना की गई थी। दिल्ली के आसपास के इलाकों में जमीन के इस्तेमाल पर नियंत्रण करना और अवसंरचना विकास करना इसका मकसद है।
·         नए जिलों को एनसीआर में शामिल करने से दिल्ली में प्रवासियों का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।
·         आसपास के इलाकों की जमीन और पानी जैसे संसाधनों का दिल्ली के लिए उपयोग।
·         जिलों के विकास, स्मार्ट सिटी और मेट्रो जैसे प्रोजेक्ट पर अमल में तेजी होगी। फंड भी ज्यादा मिलेगा।

·         रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का फायदा होगा। 

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