इरेडा को ‘मिनी रत्न श्रेणी-एक’ का दर्जा


नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की अनुशंसा पर सार्वजनिक उद्यम विभाग द्वारा 2 जून 2015 को भारतीय अक्षय उर्जा विकास संस्थान समिति(इरेडा) को मिनी रत्न श्रेणी-एक का दर्जा प्रदान किया गया। इस दर्जे के परिणामस्वरुप इरेडा को सार्वजानिक उद्यम विभाग के दिशानिर्देशों के तहत अधिक वित्तीय स्वायत्ता के साथ अतिरिक्त अधिकार प्राप्त हो सकेगा।
इरेडा
इरेडा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन वर्ष 1987 में स्थापित पब्लिक लिमिटेड सरकारी कंपनी है | इरेडा एक गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान है जो अक्षय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता संरक्षण/ परियोजनाओं को संवर्धित विकसित करने और इनके लिए वित्ती्य सहायता प्रदान करने हेतु कार्य करता है।  जिसका लक्ष्य " शाश्वत ऊर्जा " है।
मिनी रत्न श्रेणी-एक के लिए शर्तें और लाभ
·         मिनी रत्न श्रेणी-एक के दर्जे के लिए यह आवश्यक है कि उपक्रम ने पिछले तीन वर्षों के लिए लगातार लाभ प्राप्त किया हो या तीन वर्षों में से किसी एक वर्ष में 30 करोड़ रुपए से अधिक का लाभ अर्जित किया हो।

·         500 करोड़ तक के निवेश के लिए सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। 

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