वर्ष 2015 का मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार (Man Booker International Prize) हंगरी के लेखक लैस्जलो करास्जनाहोरकाई (László
Krasznahorkai) को दिया
जाएगा। 1954 में जन्मे करास्जनाहोरकाई
को उनकी प्रमुख कृति 'द मेलानचोली ऑफ रेसिस्टेंस', 'सियोबो देयर बिलो', 'वार एंड
वार' और 'सतनतैंगो' के लिए इस पुरस्कार हेतु चुना गया है। करास्जनाहोरकाई ने अपनी रचनाओं में
दृश्यों को अजूबे, अनोखे, हास्य के पुट
के साथ और बहुत ही सुंदर तरीके से समाहित किया है।
पूर्वी यूरोप में साम्यवाद के पतन पर 1985 में लिखी गई 'सतनतैंगों'
पर 1994 में हंगीरियाई फिल्म निर्माता बेला
टार द्वारा फिल्म का निर्माण भी किया गया है। 1993 में करास्जनाहोरकाई
को 'द मेलानचोली ऑफ रेसिस्टेंस' के लिए
जर्मन बेस्टएनलिस्ट पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें हंगरी के
सर्वोच्च पुरस्कार द कोस्सुथ पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
मैन
बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए जिन दस लेखकों को अंतिम सूची में जगह दी गई
थी उसमें लेबनान के लेखक होदा बरकात, गुआदली के मारसी
कोंडे, मोजांबिक के मिया
कोतो, लीबिया के इब्राहिम
अल कोनी और दक्षिण अफ्रीका के मार्लिन वेन नीकर्क शामिल थे। लैस्जलो करास्जनाहोरकाई और ये सभी पांच
लेखक उन देशों से थे जिन्हें पहली बार इस सूची में शामिल किया गया था।
चार
अन्य लेखकों में अर्जेंटीना के सीजर आईरा, भारत के अमिताव घोष, अमेरिका के फेनी होव और कांगो गणराज्य
के एलेन मवांको थे। अमिताव घोष का नवीनतम उपन्यास ‘फ्लड ऑफ फॉयर’ है।‘सी ऑफ पापीज’ अमिताव घोष का एक अन्य
प्रमुख उपन्यास है।
मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार
v मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय
पुरस्कार अंग्रेजी में
लिखी रचना के लिए या किसी रचना का अनुवाद अंग्रेजी में उपलब्ध होने पर लेखक को उसकी
संपूर्ण रचनात्मक उपलब्धियों के लिए दिया जाता है।
v यह पुरस्कार प्रत्येक दो वर्ष पर किसी लेखक (उपन्यासकार)
को प्रदान किया जाता है।
v इसकी शुरुआत वर्ष 2005 में हुई थी।
v यह किसी भी लेखक को उसके जीवनकाल में
केवल एक बार ही मिल सकता है।
v पुरस्कार राशि के तौर पर लेखक को 60 हजार पौंड या लगभग 93,000 डॉलर या करीब 56 लाख रुपये की धनराशि दी जाती है।
मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार का उद्देश्य उपन्यास के क्षेत्र में लेखक की उपलब्धियों की पहचान करना है।
मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार का उद्देश्य उपन्यास के क्षेत्र में लेखक की उपलब्धियों की पहचान करना है।
v मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्रत्येक
वर्ष किसी एक कथा (Fiction)
हेतु दिए जाने वाले मैन
बुकर पुरस्कार से अलग है।
मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की सूची
वर्ष
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प्राप्तकर्ता
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2005
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इस्माइल कादरे
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2007
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चिनुआ अचेबे
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2009
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एलिस मनरो
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2011
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फ़िलिप रौथ
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2013
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लीडिया डेविस
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2015
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लैस्जलो करास्जनाहोरकाई
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मैन बुकर पुरस्कार
·
मैन
बुकर पुरस्कार (The Man Booker Prize) की स्थापना वर्ष 1969 में इंगलैंड की बुकर मैकोनल कंपनी द्वारा की गई थी। प्रथम मैन
बुकर पुरस्कार पी.एच.न्यूबाई को ‘समथिंग टू एनसर फॉर’ के लिए
दिया गया था।
·
मैन
बुकर पुरस्कार फ़ॉर फ़िक्शन (Man Booker Prize for Fiction) जिसे लघु रूप में मैन बुकर पुरस्कार या बुकर पुरस्कार भी
कहा जाता है, इंग्लैंड, राष्ट्रमंडल देशों और आयरलैंड के नागरिक द्वारा लिखे गए मौलिक अंग्रेजी उपन्यास के लिए
प्रति वर्ष दिया जाता है।
·
इस
पुरस्कार के तहत विजेता को 50 हज़ार पाउण्ड की राशि दी
जाती है।
बुकर
पुरस्कार प्राप्तकर्ता भारतीय
वर्ष
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लेखक
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पुस्तक
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1971
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वी.एस.नाइपॉल(ट्रिनिडाड व टोबेगो)
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इन ए फ़्री स्टेट
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1981
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सलमान
रशदी
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मिडनाइट्स
चिल्ड्रेन
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1997
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अरुंधति राय
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द गॉड ऑफ़ स्माल थिंग्स
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2006
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किरण देसाई
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द इनहैरिटैंस ऑफ लॉस
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2008
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अरविन्द अडिग
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द व्हाइट टाइगर
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