भारत और कतर के मध्य छः समझौते



कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी दो दिन (24-25 मार्च, 2015 ) की राजकीय यात्रा पर भारत आए। अल थानी की यह पहली भारत यात्रा थी इस यात्रा के दौरान अमीर अल थानी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ विस्‍तृत द्विपक्षीय वार्ता की। दोनो पक्षों ने द्विपक्षीय संबंध को आगे और विस्‍तृत एवं गहरा करके तथा आपसी हित के प्रमुख क्षेत्रों, जिनमें अन्‍य बातों के साथ-साथ ऊर्जा, पावर, पेट्रोरसायन, निवेश, बुनियादी सुविधाओं का विकास, परियोजना निर्यात, शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य, मानव संसाधन, मीडिया और सूचना प्रौद्योगिकी शामिल हैं, के बीच मौजूदा सम्‍पूरकताओं का अधिक बेहतर उपयोग करके एक अग्रसोची भागीदारी बनाने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श किया।

अल थानी की इस यात्रा के दौरान छह समझौता-ज्ञापनों पर हस्‍ताक्षर किए गए, जो निम्न हैं –

1)     सजायाफ्ता व्‍यक्तियों के हस्‍तांतरण पर करार- इस करार के तहत कतर में दोषी पाए गए भारतीय कैदियों को अपनी सजा की शेष अवधि काटने के लिए भारत लाया जा सकता है। इसी तरह, भारत में दोषी पाए गए कतर के नागरिकों को अपनी शेष सजा काटने के लिए उनके गृह देश को भेजा जा सकता है। यह करार सजायाफ्ता व्‍यक्तियों को अपने परिवारों के करीब होने में समर्थ बनाएगा तथा उनके सामाजिक पुनर्वास की प्रक्रिया में मदद करेगा।

2)     सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के लिए एम ओ यू- यह एम ओ यू कतर में भारतीय आईटी उद्योग के लिए कारोबार के अवसरों में वृद्धि करेगा। कतर ने अपने "कतर के लिए 2030" दृष्टि के अंग के रूप में समग्र विकास का एक महत्‍वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया है तथा आई सी टी में क्षमता निर्माण के लिए एक समर्पित सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय का गठन किया है।

3)     वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग के लिए पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय तथा कतर के मौसम विज्ञान विभाग के बीच एम ओ यू- कतर के नागर विमानन प्राधिकरण के अधीन कतर मौसम विज्ञान विभाग ने पर्यावरण एवं महासागर विज्ञान के क्षेत्र में भारत मौसम विज्ञान विभाग के साथ सहयोग के लिए अपनी इच्‍छा व्‍यक्‍त की थी। भारत और कतर के बीच वैज्ञानिक साझेदारी से दोनों देशों को पर्यावरण एवं महासागरीय क्षमता में सुधार का लाभ प्राप्‍त होगा।

4)     कतर के विदेश मंत्रालय के राजनयिक संस्‍थान और भारत के विदेश मंत्रालय के विदेश सेवा संस्‍थान के बीच एम ओ यू- यह एम ओ यू भारत और कतर के बीच प्रशिक्षणार्थियों, छात्रों, संकाय सदस्‍यों एवं विशेषज्ञों के आदान - प्रदान में मदद करेगा ताकि वे अपने कौशलों में वृद्धि कर सके और दोनों देशों में प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुधार हो सके। विदेश मंत्रालय के विदेश सेवा संस्‍थान ने राजनयिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों की संरचना एवं अंतर्वस्‍तु पर सूचना के आदान - प्रदान के प्रयोजनार्थ अनेक अन्‍य देशों के साथ एम ओ यू पर हस्‍ताक्षर किया है।

5)     रेडियो एवं टेलीविजन के क्षेत्र में सहयोग के लिए एम ओ यू- इस एम ओ यू का उद्देश्‍य भारत के प्रसार भारती और कतर मीडिया सहयोग के बीच रेडियो एवं टीवी कार्यक्रमों एवं सामग्रियों के नियमित आदान - प्रदान को प्रोत्‍साहित करना है।

6)     परस्‍पर सहयोग तथा समाचार के आदान-प्रदान के लिए करार- कतर की न्‍यूज एजेंसी तथा यूनाइटेड न्‍यूज ऑफ इंडिया के बीच यह करार दैनिक आधार पर तथा नि:शुल्‍क अंग्रेजी भाषा समाचार के आदान - प्रदान के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने एवं विकसित करने के लिए है।


Comments