62वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारः कोर्ट सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म

24 मार्च 2015 को 62वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों (National Film Awards) की घोषणा की गई। हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार 'क्वीन' को मिला है। इसी फिल्म में बेहतरीन अभिनय के लिए कंगना राणावत  को सर्वश्रेष्ठ एक्ट्रेस का पुरस्कार मिला है। कंगना इससे पहले 2008 में 'फैशन' के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार भी जीत चुकी हैं। सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार 'कोर्ट' को मिला है वहीं सर्वश्रेष्ठ पॉपुलर फिल्म का पुरस्कार 'मैरीकॉम' को मिला है। सर्वश्रेष्ठ एक्टर का पुरस्कार विजय को कन्नड़ फिल्म 'नानू अवानाल्ला अवालू' के लिए मिला है। 3 मई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दिल्ली के विज्ञान भवन में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे।

विजेताओं की सूची
v  सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म : कोर्ट (मराठी, हिंदी, गुजराती और इंग्लिश)
v  सर्वश्रेष्ठ पॉपुलर फिल्म : मेरीकॉम 
v  सर्वश्रेष्ठ डायरेक्शन : सृजित मुखर्जी (बंगाली फिल्म चतुष्कोने)
v  सर्वश्रेष्ठ एक्ट्रेस : कंगना राणावत (हिंदी फिल्म क्वीन)
v  सर्वश्रेष्ठ एक्टर : विजय (कन्नड़ फिल्म नानू अवानाला अवालू)
v  सर्वश्रेष्ठ सर्पोटिंग एक्टर : बॉबी सिम्हा (तमिल फिल्म जिगरठंडा)
v  सर्वश्रेष्ठ सर्पोटिंग एक्ट्रेस : बलजिंदर कौर (हरियाणवी फिल्म पगड़ी द ऑनर)
v  सर्वश्रेष्ठ मेल प्लेबैक सिंगर : सुखविंदर सिंह (हैदर के गाने बिस्मिल के लिए)
v  सर्वश्रेष्ठ फीमेल प्लेबैक सिंगर : उत्तरा उन्नीकृष्णन (तमिल फिल्म साईवम के गाने अजहागू)
v  सर्वश्रेष्ठ कॉस्टयूम डिजाइनर : डॉली अहलूवालिया (फिल्म हैदर)
v  सर्वश्रेष्ठ म्यूजिक डायरेक्शन : विशाल भारद्वाज (हैदर के गानों के लिए)
v  सर्वश्रेष्ठ म्यूजिक बैकग्राउंड : मलयालम फिल्म 1983 
v  सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी : सुदेश (बिस्मिल,फिल्म हैदर)
v  सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म : क्वीन 
v  सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फिल्म के लिए इंदिरा गांधी अवॉर्ड : आशा फॉर जाओर माझे 
v  सर्वश्रेष्ठ फिल्म ऑन एनवायरनमेंट कंजर्वेशन / प्रिजर्वेशन : ओत्तल (मलयालम)
v  सर्वश्रेष्ठ एजुकेशनल फिल्म : कोलम एंड बिहाइंड द ग्लास वाल
v  सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टीगेटिव फिल्म : फुम शांग
v  सर्वश्रेष्ठ एक्सप्लोरेशन/एडवेंचर फिल्म : लाइफ फोर्स : इंडियाज वेस्टर्न घाट्स
v  सर्वश्रेष्ठ एनीमेशन फिल्म : साउंड ऑफ ज्वाय
v  सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फिक्शन : मित्रा
v  सर्वश्रेष्ठ फिल्म क्रिटिक : तनुल ठाकुर
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार 
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार  फ़िल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाले भारत का सबसे बड़ा फ़िल्मी पुरस्कार है जो सन 1954 से दिये जा रहे हैं। यह पुरस्कार फ़ीचर(31 श्रेणियों में) तथा गैर फ़ीचर(22 श्रेणियों में) दोनों तरह की फ़िल्मों के लिए प्रदान किया जाता है। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का उद्देश्य सुरुचिपूर्ण और तकनीकी तौर पर उत्कृष्ट तथा सामाजिक तौर पर प्रासंगिक फ़िल्मों के निर्माण को बढ़ावा देकर सिनेमा के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृतियों के प्रति समझ और सम्मान के प्रति योगदान करना और इस प्रकार राष्ट्र की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है।

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