इसरो को 2014 का गांधी शांति पुरस्कार





2014 का अंतर्राष्ट्रीय गांधी शांति पुरस्कार (International Gandhi Peace Prize) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को दिया जाएगा। इसरो को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और उपग्रह आधारित सेवाओं के माध्यम से देश के विकास में योगदान के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले निर्णायक मंडल द्वारा इसरो को इस पुरस्कार के लिए चुना गया। निर्णायक मंडल के अन्य सदस्यों में भारत के प्रधान न्यायाधीश एच एल दत्तू, लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, संसद के वरिष्ठ सदस्य लालकृष्ण आडवाणी और गोपालकृष्ण गांधी शामिल थे



अंतर्राष्ट्रीय गांधी शांति पुरस्कार

v  भारत सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय गाँधी शांति पुरस्कार भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर दिया जाने वाला वार्षिक पुरस्कार है।
v  गांधी जी के शांति सिद्धांतों को श्रद्धांजलि स्वरूप, भारत सरकार ने यह पुरस्कार 1995  में उनके 125वें जन्म-दिवस पर आरंभ किया था।
v   यह पुरस्कार उन व्यक्तियों या संस्थाओं को दिया जाता है, जिन्होंने सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बदलावों को अहिंसा एवं अन्य गांधीवादी तरीकों द्वारा प्राप्त किया है।
v  पुरस्कार में एक करोड़ रुपये की नकद धनराशि, प्रशस्तिपत्र और एक उत्तरीय प्रदान की जाती है।
v  प्रथम गाँधी शांति पुरस्कार 1995 में तंजानिया के प्रथम राष्ट्रपति जूलियस न्येरेरे  को प्रदान किया गया था। 
v  साल 2013 का गांधी शांति पुरस्कार गांधीवादी और पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट को प्रदान किया गया था
v  इससे पहले नेल्सन मंडेला, वाकलाव हावेल , बाबा आम्टे, डेसमंड टूटू, ग्रामीण बैंक ऑफ बांग्लादेश , भारतीय विद्या भवन और रामकृष्ण मिशन को भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।


भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन

 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( Indian Space Research Organisation, 'इसरो') भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय बंगलुरू में है। इसरो की स्‍थापना 15 अगस्त 1969 को की गई। इसरो को अंतरिक्ष विभाग के नियंत्रण में रखा गया है। इसरो की व्‍यावसायिक शाखा एंट्रिक्‍स, भारतीय अंतरिक्ष सेवाओं का विपणन विश्‍व भर में करती है। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की ख़ास विशेषता अंतरिक्ष में जाने वाले अन्‍य देशों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और विकासशील देशों के साथ प्रभावी सहयोग है।

उद्देश्य

§  इसरो का उद्देश्य  विभिन्न राष्ट्रीय कार्यों के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और उसके उपयोगों का विकास करना है
§  इसरो ने दो प्रमुख अंतरिक्ष प्रणालियाँ स्थापित की हैं-
1.    संचार, दूरदर्शन प्रसारण और मौसम विज्ञानीय सेवाओं के लिए इन्सैट (INSET)
2.    संसाधन मॉनीटरन तथा प्रबंधन के लिए भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह (IRS)।
§  इसरो ने इन्सैट और आईआरएस उपग्रहों को अपेक्षित कक्षा में स्थापित करने के लिए पीएसएलवी(PSLV) और जीएसएलवी(GSLV), दो उपग्रह प्रमोचन यान विकसित किए हैं।
§  इसरो ने दो प्रमुख उपग्रह प्रणालियाँ, यथा संचार सेवाओं के लिए भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह (इन्सैट) और प्राकृतिक संपदा प्रबंधन के लिए भारतीय सुदूर संवेदन (आईआरएस) का, साथ ही, आईआरएस प्रकार के उपग्रहों के प्रमोचन के लिए ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन यान (पीएसएलवी) और इन्सैट प्रकार के उपग्रहों के प्रमोचन के लिए भूस्थिर उपग्रह प्रमोचन यान (जीएसएलवी) का सफलतापूर्वक प्रचालनीकरण किया है


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