भारत नेपाल दस समझौते
18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन से पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला के मध्य 10 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें रक्षा और सुरक्षा सहित सामरिक महत्व से जुडे समझौते शामिल हैं। 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन का आयोजन काठमांडू में 26-28 नबंवर,2014 को किया जा रहा है।
भारत नेपाल समझौते के मुख्य बिंदु-
·          बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भारत एक अरब अमेरिकी डॉलर (छह सौ करोड़ रुपये) की सहायता देगा। अगस्त 2014 में नेपाल यात्रा के दौरान मोदी ने इसकी घोषणा की थी।
·          नेपाल में अरुण नदी पर 900 मेगावाट का पनबिजली संयंत्र लगाने के लिए समझौता किया गया है। छह सौ करोड़ रुपये की लागत से भारत का सतलज जल विद्युत निगम पनबिजली संयंत्र लगाएगा। 2021 तक इससे बिजली उत्पादन शुरू कर देने का लक्ष्य है। इस संयंत्र से उत्पन्न बिजली का 21 फीसद हिस्सा नेपाल को मुफ्त में दिया जाएगा।
·          भारत और नेपाल के मध्य मोटर वाहन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके अंतर्गत एक दूसरे के देश में निर्धारित मार्गों पर चलने वाले वाहनों को परमिट दिया जाएगा।
·          दोनों देशों ने एक दूसरे के देश की यात्रा करने वालों पर पिछले एक दशक से लागू एक प्रतिबंध हटाने का ऐलान किया, जिसमें उन्हें अपने साथ 500 और 1000 के नोट ले जाने पर मनाही थी। वह केवल 100 रूपए के नोट ही अपने साथ ले जा सकते थे। नयी व्यवस्था में दोनो देशों के नागरिक 25000 रूपए तक के 500 और 1000 के नोट भी लेकर यात्रा कर सकेंगे।
·          काठमांडू-वाराणसी, जनकपुर-अयोध्या और लुंबिनी-बोधगया के बीच जुड़वां शहर का करार किया गया।
·          दोनों देशों के बीच जिन दस समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए उनमें नेपाल पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग पर सहमति पत्र, पर्यटन पर सहमति पत्र, परंपरागत औषधियों पर सहमति पत्र और युवाओं के बीच संपर्क बढ़ाने संबंधी सहमति पत्र शामिल है।
·          रिश्तों को मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता प्रकट करते हुए मोदी ने नेपाल को एक आधुनिक हल्का हेलीकाप्टर (ध्रुव) भी दिया, जो सैन्य और असैन्य अभियानों में इस्तेमाल किया जाएगा।
·          भारत ने नेपाल को सचल मृदा परीक्षण प्रयोगशाला भी उपहार में दी, जिससे वहां मिट्टी की सेहत जांचने में मदद मिलने के साथ ही कृषि की बेहतरीन तकनीक अपनाने में सहायता मिलेगी।
·          काठमांडू के बीर अस्पताल में भारत की ओर से निर्मित ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। 200 बिस्तर का यह केन्द्र भारत सरकार की डेढ़ अरब रूपए की परियोजना है। केन्द्र के ट्रॉमा वार्ड में 150 बिस्तर होंगे, छह आपरेशन थिएटर, 14 आईसीयू, आठ पुनर्जीवन कक्ष और आपात मरीजों के अवलोकन के लिए बिस्तर, आउट पेशेंट विभाग में 10 जांच केबिन आदि होंगे। इस केन्द्र की आधारशिला पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल ने 1997 में रखी थी।












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