एचपीवी तकनीक
केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने समय-पूर्व होने वाले जन्मों की समस्या को रोकने के लिए अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया है ताकि भारत इस बारे में अचूक उपचार विकसित कर सके, जो माताओं के लिए भी सुरक्षित हो| कुछ बहुराष्ट्रीय दवा कंपनियां समय-पूर्व जन्म रोकने के लिए एचपीवी तकनीक (ह्यूमन पैप्पीलोमा टीकों के इस्तेमाल) के इस्तेमाल का समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा यह तकनीक भारत में विवादास्पद सिद्ध हुई है। इस मामले पर उच्चतम न्यायालय विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा मातृ एवं शिशु कार्यक्रम अधिक सुरक्षित है और हम खुशहाल परिवारों से भरे समाज के निर्माण के प्रति संकल्पबद्ध हैं, जिसमें किसी भी बच्चे को विकास के अधिकतम अवसर मिलते हैं और वे भविष्य में समाज में अपना योगदान करता है।
केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने समय-पूर्व होने वाले जन्मों की समस्या को रोकने के लिए अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया है ताकि भारत इस बारे में अचूक उपचार विकसित कर सके, जो माताओं के लिए भी सुरक्षित हो| कुछ बहुराष्ट्रीय दवा कंपनियां समय-पूर्व जन्म रोकने के लिए एचपीवी तकनीक (ह्यूमन पैप्पीलोमा टीकों के इस्तेमाल) के इस्तेमाल का समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा यह तकनीक भारत में विवादास्पद सिद्ध हुई है। इस मामले पर उच्चतम न्यायालय विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा मातृ एवं शिशु कार्यक्रम अधिक सुरक्षित है और हम खुशहाल परिवारों से भरे समाज के निर्माण के प्रति संकल्पबद्ध हैं, जिसमें किसी भी बच्चे को विकास के अधिकतम अवसर मिलते हैं और वे भविष्य में समाज में अपना योगदान करता है।
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